Abstract : भाषा एवं साहित्य इन दोनों विषयों का अध्ययन से सभी श्रेाता एवं पाठक गण आत्मानन्द का अनुभव करते हैं। भारतीय संस्कृति में रामायण और महाभारत यह दोनों महाकाव्य जनमानस में इस प्रकार मिले हुए हैं, जिनको अलग रखकर अपनी संस्कृति की कल्पना ही नहीं कर सकते ।