Abstract : आचार्य हजारी प्रसाद व्दिवेदी का सुप्रसिद्ध निबंध है -" नाखून क्यों बढ़ते हैं ? " नाखून मनुष्य की आदिम हिंसक मनोवृत्ति का परिचायक है , जो बार - बार बढते हैं और आधुनिक मनुष्य उन्हें हर बार काट कर हिंसा से मुक्त होने और सभ्य बनने का प्रयत्न करता है ।