‘मध्यवर्ग’ बीसवी शताब्दी का बहुचर्चित एवं अतिपरिचित शब्द है | प्राय: यह शब्द सुनते ही हमारे मन पटल पर जो प्रतिमा बिंबित होती है, उसका सीधा संबंध समाज के उन लोगो के स्तर से होता है जो न अमीर हो, न गरीब |