Abstract : स्वतंत्र भारत में संविधानिक रूप से सभी भारतीय नागरिकों को समान अधिकार प्राप्त है । गांव से लेकर शहर तक सामाजिक समता, न्याय, बंधुता तथा स्वतंत्रता का परचम लहराकर संविधान निर्माता डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने भारत के विभिन्न धर्म तथा जातिगत समुदाय को समान दर्जा देकर सदीयों की विषमता नष्ट कर दी ।