यह एक यथार्थ है कि किन्नर विमर्श विचार - विमर्श है, संवेदना का विमर्श है, अपमानित,उपेक्षित, वंचित एवं शोषित किन्नर का जीवन्त एवं कारुणिक दस्तावेज है।