Abstract : भारतीय समाज व्यवस्था विश्व में एक निराली समाज व्यवस्था हैं । यहाॅं समाज सुगठित नहीं है, वह विभिन्न जाति समूह में बंटा हुआ हैं । यह जाति समूह एक दूसरे से टूटे हुए नजर आतें हैं । हिंदू धर्मव्यवस्था के चातुर्वण्र्य के आधार पर समाज का विभाजन हुआ हैं ।